Friday 20 July 2012

डेरा सच्चा सौदा पर 400 सधुवो को नपुंसक बनाने का आरोप


डेरा सच्चा सौदा की मुश्किले ख़तम होने का नाम ही नहीं ले रही है अब एक नया आरोप लगा है  सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा में 400 साधुओं को नपुंसक बनाने के आरोपों और उसकी जाँच भी सीबीआई से करने की मांग की गई है। 
इस संबंध में दाखिल याचिका पर वीरवार को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार, सिरसा व फतेहाबाद के एसपी व सीबीआई को 10 अक्तूबर के लिए नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

फतेहाबाद निवासी हंस राज चौहान की तरफ से दाखिल याचिका में कहा गया कि डेरे में रहने वाले साधुओं को सब्जबाग दिखाए गए कि नपुंसक बनने वाले साधुओं को डेरामुखी गुरमीत राम रहीम सिंह ईश्वर के दर्शन करवाएंगे।
उनके झांसे में आकर डेरे में रहने वाले लगभग 400 साधुओं ने अपना आपरेशन करवा लिया। याची ने कहा कि वह भी इन साधुओं में से एक है। उनका जीवन नर्क बन गया है। याची ने कहा कि वर्ष 1990 से वह डेरे से जुड़ा हुआ है। वर्ष 2000 में ईश्वर के दर्शन करवाने के नाम पर उसके साथ करीब 20 साधुओं को नपुंसक बना दिया गया। इससे उनके शरीर में हारमोनल बदलाव आ गए हैं। लोग उन्हें नपुंसक कहकर छेड़ते हैं।
याचिका में विनोद कुमार नामक साधु का उदाहरण देकर कहा गया कि विनोद ने सिरसा कोर्ट कांप्लेक्स में आत्महत्या कर ली थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया था कि वह नपुंसक है। याचिका में दावा किया गया है कि इस तरह 400 साधु डेरे में हैं। याचिका पर प्राथमिक सुनवाई के बाद जस्टिस महेश ग्रोवर ने हरियाणा सरकार, सिरसा व फतेहाबाद के एसपी व सीबीआई को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।

वही डेरा के प्रवक्ता पवन इंसां और डा. आदित्य इंसां ने बताया कि डेरा विरोधी कुछ लोग डेरा के खिलाफ गलत प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हंसराज चौहान उर्फ हकीकी हंस डेरा का साधु रहा है। पांच वर्षो से वह डेरा छोड़ कर जा चुका है। याचिका के बारे में कुछ भी मालूम नहीं है। लेकिन इसमें जो आरोप लगाए गए हैं वे निराधार हैं।अब यह तो समय बताएगा की क्या सच है और क्या झूठ मगर अभी तो फिर उंगली उठ गयी है 

डेरा में बाबा कैप्सूल खाकर मना रहे थे रंगरेलियां


होशियारपुर के एक होशियार बाबा की करतूत देख कर शैतान भी शर्मा जायेगा घटना है बुल्लोवाला की जहा एक बाबा अपने डेरे में ही रंगरलिय मन रहे थे किसी ने पास के थाने में सूचना दे डाली फिर क्या पुलिस पहुची और बाबा को नंगा गिरफ्तार किया 
.बुल्लोवाल पुलिस ने देर शाम बुल्लोवाल नंदाचौर रोड पर स्थित विख्यात डेरा आनंदगढ़ शहीद सिंघा में कथित रूप से आपत्तिजनक हालत में एक युवक व महिला के साथ डेरे के बाबा तेजा सिंह को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने डेरे के कमरे से न सिर्फ शराब व बीयर की बोतल बल्कि जोश लाने वाले कैप्सूल भी बरामद करने का दावा किया है।

यह कार्रवाई होशियारपुर की सत्कार कमेटी की सूचना पर की गई है। सोमवार देर रात डेरे में एक महिला व एक युवक को आते देख कमेटी के सदस्यों ने फौरन इसकी सूचना बुल्लोवाल पुलिस को दे दी। एसएचओ गुरविंदर सिंह ने पुलिस के साथ डेरे में पहुंच तीनों को ही गिरफ्तार कर लिया। एसएचओ गुरविंदर सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में डेरे के बाबा तेजा सिंह, युवक बलजिंदर सिंह, जो ताजोवाल गांव का रहने वाला है और गिरफ्तार महिला नजदीकी गांव परागपुर की है। महिला शादीशुदा है व उसका पति व बच्चे दिल्ली में रहते हैं।

महिला पंजाब में बतौर डांसर काम करती है। बुल्लोवाल पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ धारा 295 ए के साथ इमॉरल ट्रैफिक एक्ट की धारा 3, 4 व 5 के तहत केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस कल तीनों ही आरोपियों को अदालत में रिमांड के लिए पेश करेगी।

अमरनाथ में यात्रा के दौरान पंडितो ने बनाया महिला का अश्लील MMS

दर्शन करने वाली महिलाये पहले भी असुरक्षित रहती थी जिसके अनेको उदहारण इतिहास में भरे पडे है वर्तमान में भी कई ऐसे उदहारण है परन्तु मानवता को ही कलंकित करने वाली एक घटना अमरनाथ यात्रा के दौरान सामने आयी है 
जिसमे अमरनाथ यात्रा पर जा रही महिला श्रद्धालुओं का अश्लील एमएमएस बनाए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जालंधर की रहने वाली एक महिला की एफआईआर के बाद श्रीनगर पुलिस ने सेवा शिविर के दो सेवादारों को हिरासत में ले लिया है। 
एफआईआर दर्ज कराने वाली महिला 11 जुलाई को बालटाल में हेलीपैड के नजदीक बने एक लंगर शिविर में गई थी। यह लंगर जालंधर की ही श्री अमरनाथ (बी) ट्रस्ट ने लगवाया था। महिला जब नहाने के लिए गई तो उसे टीन के पीछे कुछ हलचल महसूस हुई। उसने देखा टीन में बने छेद से युवक झांक रहे थे और उनके हाथ में मोबाइल भी थे। महिला के शोर मचाने पर युवक भाग गए। 
पीड़ित महिला ने घटना की पुलिस में शिकायत की तो पुलिस ने दो सेवादारों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। गांदरबल के एसपी शाहिद मेहराज ने कहा, 'मोबाइल से महिला का वीडियो बनाया जा रहा था। दोनों मोबाइल सीज कर लिए गए। प्रारंभिक जांच में क्लिपिंग नहीं मिली हैं। अब मोबाइल को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा। हिरासत में लिए गए दोनों युवकों को 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। पहले उन्हें 6 दिन की रिमांड पर भेजा गया था।'
पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है जबकि पीड़ित महिला का कहना है कि उस पर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है। लेकिन इस घटना ने धर्म के नाम पर चल रहे इन शिविरों से श्रद्धालुओं का विश्वास तोड़ दिया है। तीर्थयात्रा पर जा रहे यात्रियों को अब शिविरों में भी पूरी सावधानी बरतने की जरूरत है।वरना कोई आपका कही भी कुछ भी बना सकता है और धर्म के ये ठेकेदारों का कोई कुछ भी नहीं कर सकता है 

एक कंपनी ने काली को 'पोर्न स्‍टार' के तौर पर दिखाया

अमेरिका में  हिंदुओं की कथित  देवी काली का कथित  अपमान हुआ है। वीडियो गेम बनाने वाली अमेरिका की एक कंपनी ने  काली को 'पोर्न स्‍टार' के तौर पर दिखाया गया है। मां काली का इस तरह अपमान SMITE नाम के ऑनलाइन एक्‍शन वीडियो गेम में किया गया है, जिसे जॉर्जिया के हाई-रेज स्‍टूडियोज में डेवलप किया जा रहा है। 
 
अमेरिकी कंपनी के इस कदम का यहां रहने वाले हिंदू समुदाय के लोगों ने कड़ा विरोध किया है। यूनिवर्सल सो‍सायटी ऑफ हिंदुइज्‍म के प्रेसिडेंट राजन जेड ने कहा कि मां काली के साथ इस तरह के खिलवाड़ से उनके श्रद्धालुओं में गुस्‍सा है जो उन्‍हें पूजते हैं।
 
हिंदू जनजागृति समिति ने वीडियो गेम डेवलप करने वाली कंपनी की आलोचना करते हुए कहा है, 'इस गेम में मां काली को बड़े ही खराब तरीके से पेश किया गया है। काली माता हिंदुओं की देवी हैं और एक अरब से ज्‍यादा हिंदू इनकी पूजा करते हैं। अमेरिकी कंपनी ने हिंदू समुदाय की देवी-देवताओं का अपमान किया है क्‍योंकि देवी-देवताओं को ऑनलाइन गेम्‍स के लिए इस्‍तेमाल नहीं किया जा सकता है।'
 
हिंदू संगठनों ने यह गेम डेवलप करने वाले स्‍टूडियो के खिलाफ दुनियाभर में विरोध-प्रदर्शन का आह्वान किया है। इन संगठनों ने हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करने के लिए बिना शर्त माफी की मांग की है। 
 
इससे पहले, अमेरिका में बीयर का नाम मां काली पर रखकर हिंदुओं की भावनाओं से खिलवाड़ किया गया था। मेरे ये नहीं समझ में अरह है की अब देश में जो कथित भगवाधारी है कहा है जाकर अमेरिका से लडते क्यों नहीं है या फिर अब चुदिया पहन ली है हाथो में 

Friday 13 July 2012

वेदों में अश्लील बातें

-वेदों में कैसी-कैसी अश्लील बातें भरी पड़ी है,इसके कुछ नमूने आगे प्रस्तुत किये जाते हैं (१) यां त्वा .........शेपहर्श्नीम || (अथर्व वेद ४-४-१) अर्थ : हे जड़ी-बूटी, मैं तुम्हें खोदता हूँ. तुम मेरे लिंग को उसी प्रकार उतेजित करो जिस प्रकार तुम ने नपुंसक वरुण के लिंग को उत्तेजित किया था.
(२) अद्द्यागने............................पसा:|| (अथर्व वेद ४-४-६) अर्थ: हे अग्नि देव, हे सविता, हे सरस्वती देवी, तुम इस आदमी के लिंग को इस तरह तान दो जैसे धनुष की डोरी तनी रहती है
(३) अश्वस्या............................तनुवशिन || (अथर्व वेद ४-४-८) अर्थ : हे देवताओं, इस आदमी के लिंग में घोड़े, घोड़े के युवा बच्चे, बकरे, बैल और मेढ़े के लिंग के सामान शक्ति दो
(४) आहं तनोमि ते पासो अधि ज्यामिव धनवानी, क्रमस्वर्श इव रोहितमावग्लायता (अथर्व वेद ६-१०१-३) मैं तुम्हारे लिंग को धनुष की डोरी के समान तानता हूँ ताकि तुम स्त्रियों में प्रचंड विहार कर सको.
(५) तां पूष...........................शेष:|| (अथर्व वेद १४-२-३८) अर्थ : हे पूषा, इस कल्याणी औरत को प्रेरित करो ताकि वह अपनी जंघाओं को फैलाए और हम उनमें लिंग से प्रहार करें.
(६) एयमगन....................सहागमम || (अथर्व वेद २-३०-५) अर्थ : इस औरत को पति की लालसा है और मुझे पत्नी की लालसा है. मैं इसके साथ कामुक घोड़े की तरह मैथुन करने के लिए यहाँ आया हूँ.
(७) वित्तौ.............................गूहसि (अथर्व वेद २०/१३३) अर्थात : हे लड़की, तुम्हारे स्तन विकसित हो गए है. अब तुम छोटी नहीं हो, जैसे कि तुम अपने आप को समझती हो। इन स्तनों को पुरुष मसलते हैं। तुम्हारी माँ ने अपने स्तन पुरुषों से नहीं मसलवाये थे, अत: वे ढीले पड़ गए है। क्या तू ऐसे बाज नहीं आएगी? तुम चाहो तो बैठ सकती हो, चाहो तो लेट सकती हो.

रामायण तो मैंने पड़ी है ओउर हमारे पुरखों ने लिखी भी है रामायण में शुरू से आखरी तक सेक्स ही सेक्स भरा है उदहारण के लिए दशरथ के ४ रानियाँ थी जिनके साथ वो सेक्स करता था लक्ष्मण को सेक्स की भूक नहीं थी इस लिए वो उर्मिला को जंगल में नहीं ले गया रावन को सेक्स की भूक थी इसलिए वो सीता को पकड़ ले गया ओउर २ साल तक अपनी सेक्स की आग भुजता रहा नरम को सेक्स की भूक बिउल्कुल भी नहीं थी तभी उन्होंने सीता को फिर जंगल में भेज दिया लव कुश सेक्स के द्वारा ही पैदा हुए बहुत कुछ है रामायण में सेक्स के बारे में

Monday 2 July 2012

मुसलमानों के 50 से ज़्यादा घर जलाकर राख कर दिए गए


प्रतापगढ़ ज़िले के अस्थान गाँव में मुसलमानों के 46 से ज़्यादा घर जलाकर राख कर दिए गए हैं, साजिश और दुर्भावना को देखते हुए मुझे तो यकबारगी ऐसा ही लगा कि क्या यूपी में मोदी की सरकार है? मुस्लिम बहुल इलाके में घुस कर पुरे गाँव में हिन्दुओं ने उन्हें उनके घर जलाने के बाद खदेड़ कर गाँव के बाहर कर दिया और सभी लोगों लोगों को मजबूरन पास के बारे इलाके में स्थित एक मदरसे में पनाह लेनी पड़ी. जैसा कि आप तस्वीरों में देख रहे हैं कि किस तरह पीड़ित परिवारों की  महिलाओं और बच्चो सहित पूरा परिवार स्कूल में पनाह लिए हुए है. गुजरात में हुआ ठीक उसी तर्ज पर हिन्दुओं ने पुलिस की मौजूदगी में इस तरह का दुष्कृत्य किया जिससे मानवता शर्मशार तो हुई ही साथ ही साथ भारतीय लोकतंत्र को भी गहरा आघात पहुंचा था, ठीक वही पिछले शनिवार प्रतापगढ़ में हुआ. बड़े पैमाने पर जो आगज़नी जो क्रुद्ध भीड़ ने मुस्लिम घरो में की उससे देख कर यूपी में सपा सरकार को बहुमत से बनवाने में ठगा सा महसूस कर रहा है मुसलमान क्यूंकि अभी कोसी कलां में भी इसी तर्ज पर मुस्लिम घरो को 
 तबाह व बर्बाद किया गया. मुसलमानों के घर जलाने के पीछे जिस तरह से बल्वाईयों को सपोर्ट और तत्परता में ढीलाई शासन स्तर से की गयी वहशासन तंत्र में गुसपैठ कर चुकी संघी सोच को दर्शाता है.बहाना और आरोप था कि एक हिन्दू लड़की का बलात्कार किया गया और उसे मार डाला गया. जिस व्यक्ति पर आरोप था उसे जानबूझ कर पुलिस ने थाने पर ही रखा जबकि उस पर कारवाई करके जेल भेज देना चाहिए. इस बीच शरारती तत्वों को इस पूरे षड्यंत्र को करने के लिए भरपूर वक़्त मिला और उन्हें शासन द्वारा स्वतंत्रता भी दी गयी. एक दिन के बाद पोस्टमार्टम के बाद लड़की के शरीर को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा थानियोजित तरीके से सड़क पर रखा गया था और लगभग 10000 (दस हज़ार) क़ी हिन्दुओंभीड़ ने मुस्लिम बुनकर बहुल गाँव अस्थान में घुस कर हर घर में खूब तबाही मचाई. उन्होंने हर घर को तहस-नहस कर दिया और गैस के सिलेंडरों को घर को उड़ाने में इस्तेमाल किया और औरतों और बच्चों पर ज़ुल्म किया. हिन्दुओं (बल्कि आतंकवादिओं) का तांडव यही नहीं रुका उन्होंने मस्जिद में भी आग लगा दी और यह सब तांडव सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक चलता रहा और न तो थाने से न तो शासन स्तर पर कुछ भी कार्यवाही क़ी गयी जबकि थाने के कर्मचारी वहां मौजूद थे. शाम को सादे छ्ह् बजे के बाद पुलिस ने लोगों को बचाने का काम शुरू किया. अस्थान गाँव के लोगों का कहना है कि दंगाईयों में सपा के नेता भी थे. 

इस तरह से एक बार फिर मुसलमान बलि का बकरा बन गया. सबसे हैरानी क़ी बात यह है कि इसी प्रतापगढ़ से 2 कैबिनेट मंत्री राजा राम पाण्डेय  और रघुराज प्रताप सिंह उर्फ़ राजा भैया हैं लेकिन उन दोनों में कोई भी बचाव के लिए नहीं आया. मैं बतात चलूँ कि निर्दलीय राजा भैया को जब सीएम् अखिलेश यादव ने मंत्री मंडल में शामिल किया था तो मीडिया समेत कई मुस्लिम लीडर और खासकर मुस्लिम तबक़ा नाराज़ भी था क्यूंकि सभी राजा भैया क़ी संघी सोच से वाकिफ़ हैं. वैसे अस्थान गाँव में कई बस्तियां है और पिछली बार यहाँ के इतिहास में पहली दफ़ा मुस्लिम प्रधान चुनी गयी जिसका नाम रेशमा पत्नी निजाम अंसारी है. इस बात को लेकर भी कुख्यात राजा भैया खासा नाराज़ थे.
दंगे के बाद जैसा कि होता आया है कि मुआवज़े क़ी घोषणा क़ी गयी लेकिन उन हज़ारों मुसलमानों का क्या होगा जिसका सब कुछ तहस नहस हो गया है. वे तो ज़िन्दगी क़ी उस दहलीज़ पर आ कर खड़े हो गए हैं जहाँ उनके पास कुछ भी नहीं. न घर, न सामान, न कपड़ा और न खाने को अनाज. उन मुस्लिम लोगों के दिलों में इस क़दर हिन्दू दंगाईयों क़ी दहशत तारी हो गयी कि वे एक सप्ताह बाद भी अपने घरो का रुख न कर सके और उसी बरई स्थित मदरसे में पनाह लिए रहे. 

हालाँकि दंगे के बाद मुस्लिम लीडर्स क़ी भूमिका को संतोषजनक कहा जा सकता है. इमाम बुखारी भी अखिलेश यादव से मिले और उचित मुआवज़े क़ी पुरज़ोर मांग क़ी. वहीँ जमीयतुल उलेमा, पसमांदा मुस्लिम समाज सहित के कई मुस्लिम समूहों ने दौरा किया. मुस्लिम समूहों की एकजुटता और 
इन यात्राओं का परिणाम था कि मुख्यमंत्रीअखिलेश यादव अपने तीन मंत्री पारसनाथ यादव,अवदेश प्रसाद, नरेन्द्र वर्मा और विधायक गायत्री प्रजापतिऔर महाराष्ट्र के विधायक अबू असीम आजमी के अलावारामलाल अकेला सहित 50 कारों के काफिले के साथ गांव मेंपहुंचे और अखिलेश यादव ने पीड़ित परिवारों से मुलाक़ात क़ी. आखिर में 3.5 लाख रूपये और शष्त्र लाईसेंस और गाँव में एक स्कूल के इतिजाम क़ी मांग क़ी जिसे अखिलेश यादव ने पूरा करने का वादा किया. सपा के फायर ब्रांड नेता आज़म खान ने भी इस मामले में हस्तेक्षेप करते हुए हर परिवार के लिए पका मकान बनवाने क़ी घोषणा क़ी.

लेकिन क्या महज़ मुआवज़े मात्र से यह समस्या ख़त्म हो जाती है. इस घटना और पूर्व क़ी कोसी कलां क़ी घटना को और पूर्व में गुजरात सहित अन्य घटनाओं का गहन अध्ययन करने से कई खतरनाक तथ्य सामने आते हैं जिसमें से प्रमुख रूप से तीन मैं आपको बताता हूँ:::
एक तो प्रशासन स्तर पर संघी सोच वालों क़ी पूर्वाग्रही सोच का विस्तार होना वहीँ दूसरी तरफ जैसा क़ी सुनियोजित तरीके से हर हिन्दू के मन में मुसलमानों के खिलाफ ज़हर बोने का काम बीजेपी और संघी सोच वाले कर रहे है. वस्तुतः दलित हिन्दू हो या सवर्ण सभी के मन में मुस्लिम के प्रति ज़हर भरा जा रहा है तीसरी चीज़ यह है कीदेश भर में बाज़ार, आस्था और देशभक्ति को सिर्फ और सिर्फ हिदुत्व के चश्में से देखने के लिए हर हिन्दू को सिखाया जा रहा है. हालाँकि शुक्र है भारत एक धर्म निरपेक्ष देश है और अभी भी यहाँ संघी सोच न रखने वालों क़ी संख्या ज़्यादा है और शुक्र है उत्तर प्रदेश में 'मोदी' मानसिकता क़ी सरकार नहीं है.
With thanks