Saturday, 19 March 2011

आखिर सच की जीता

मेरे प्यारे दोस्तों
मैंने आज तक समाज सेवा के नाम पर काफी कुछ किया है अपने छोटे से जीवन में मगर आज जो ख़ुशी का आभास मुझे हो रहा है आज तक कभी नहीं हुवा मै शिक्षको के लिए लड़ रहा था मेरा साथ दिया अली सोहराब और शीबा फहीम ने जो वाकई काबिल-ए-तारीफ था आज शिक्षको की जीत हुई है और सरकार ने उनकी मांगे मान ली है धरना स्थल से चले शिक्षको के हाथो में ये पत्र था जिसको देखकर गर्व से सीना चौड़ा हो गया 
मै कृतज्ञ हो गया हु अली सोहराब और शीबा फहीम का
सच बताता हु मै आज ख़ुशी से फूला नहीं समां रहा हूँ

2 comments:

  1. अल्हम्दुलिल्लाह,
    सबसे पहले मैं तारिक भाई आपका शुक्रगुजार हूँ के आपने हमें ऐसे सेवा का मौका दिया, शिक्षकों की मांगे पूरी होगी हमारी संघर्ष सफल हुई,
    एक बार फिर से अल्लाह का शुक्र अदा करना चाहूँगा,
    अल्हम्दुलिल्लाह,
    अल्लाह हाफिज़
    http://sohrabali1979.blogspot.com/

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  2. Meri taraf se un sabhi ko dili mubarakbad jinke mutalbe maan liye gaye. Tarique Sahab aapne hame kuchh karne ka mauqa diya uska bhi bahot shukriya.
    :)

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