भ्रष्टाचार के खिलाफ मजबूत लोकपाल के लिए अन्ना हजारे के साथ मिल कर आंदोलन चलाने वाली किरण बेदी पर गलत तरीके से पैसे जुटाने के आरोप लगे हैं। उन पर आरोप है कि वह उन एनजीओ और संस्थाओं से ज्यादा बिल वसूल रही हैं, जो उन्हें सेमिनार या बैठकों में बुला रहे हैं। अंग्रेजी अखबार 'इंडियन एक्सप्रेस' ने बिल रिकॉर्ड, चेक की कॉपी के आधार पर यह दावा किया है।
इस आरोप के बाद बेदी के विरोधियों ने उन पर निशाना साधा है। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा है कि किरण बेदी को इस मसले पर ईमानदारी से जवाब देना चाहिए। जबकि, स्वामी अग्निवेश ने सलाह दी है कि अगर बेदी अपने ऊपर लगे आरोपों को गलत बता रही हैं तो उन्हें पुलिस में मामले की शिकायत करते हुए एफआईआर करानी चाहिए। गौरतलब है कि एक वीडियो में कपिल से बातचीत में अग्निवेश की अन्ना विरोधी टिप्पणी सामने आने के बाद बेदी ने भी कहा था कि अगर अग्निवेश वीडियो को फर्जी मानते हैं तो उन्हें पुलिस के पास जाना चाहिए। अब अग्निवेश ने कहा है कि बेदी की बात भरोसे लायक नहीं है। यदि वह फाउंडेशन में पैसे डाल रही हैं तो इसकी भी जांच होनी चाहिए कि वो पैसे कहां खर्च हो रहे हैं। यदि बेदी को किराए में छूट मिली है तो उसका इस्तेमाल ऐसे काम के लिए नहीं किया जाना चाहिए।
अखबार ने आरोप लगाया है कि बेदी ने छूट का फायदा उठा कर सस्ते टिकट खरीदे, लेकिन आयोजक संस्थाओं से पूरा किराया वसूला । अखबार के मुताबिक बेदी ने बीते पांच सालों में 12 मौकों पर ऐसा किया। आ आखिरी उदाहरण 29 सितंबर, 2011 का बताया गया है। बेदी को वीरता पुरस्कार से सम्मानित होने के कारण एयर इंडिया के टिकटों पर छूट पाने का अधिकार है। नियमों के मुताबिक एयर इंडिया के इकोनॉमी क्लास में वीरता पुरस्कार प्राप्त लोगों को 75 फीसदी छूट दी जाती है।
बेदी ने सफाई दी है कि अगर कोई संस्था उन्हें बिजनेस क्लास में यात्रा करने के लिए कहती है और वह इकोनॉमी क्लास में जाकर पैसा बचाती हैं और वह पैसा जरूरतमंदों के काम में लगाती हैं तो इसमें गलत क्या है। उन्होंने कहा कि यदि उन पर गड़बड़ी करने के आरोप लगाए जा रहे हैं तो वो किसी भी तरह की जांच के लिए भी तैयार हैं।
किरण बेदी ने पहले ट्विटर के जरिए और फिर प्रेस कांफ्रेंस बुला कर अपनी सफाई पेश की। उन्होंने कहा कि उन्हें अक्सर तमाम जगह से निमंत्रण आते रहते हैं, जिनमें लिखा होता है कि आपको बिजनेस क्लास की हवाई यात्रा का टिकट दिया जाएगा। पर वह इकोनॉमी क्लास में सफर कर पैसे बचाती हैं और बचे हुए पैसे फाउंडेशन के खाते में जमा रहते हैं, जो जरूरतमंदों के काम आते हैं। बेदी के मुताबिक आयोजक इस बात के लिए उनकी तारीफ भी करते हैं। उन्होंने कहा कि गलत तब होता जब मैं इकॉनोमी क्लास के बजाय फाउंडेशन के पैसे से बिजनेस क्लास में यात्र करती। उन्होंने कहा, 'आयोजकों की ओर से मिलने वाले चेक मेरी संस्था के नाम होते हैं और मैंने कभी इन पैसों का अपने लिए इस्तेमाल नहीं किया। हैरानी है कि आज मुझे बचत के ऊपर जवाब देना पड़ रहा है।’ उन्होंने कहा कि वह अन्ना हजारे और अरविंद केजरीवाल से बात कर इस बारे में अपनी ओर से पक्ष रख चुकी हैं।
इससे पहले बेदी ने ट्वीट किया था, 'यह बेहद दिलचस्प है कि इकोनॉकी क्लास में यात्रा कर एक मकसद के लिए पैसा बचाना अखबार की सुर्खी बना है!' लेकिन अखबार ने सुर्खी लगाई है, 'किरण लोकपाल बेदी बायज डिस्काउंटेड एयर टिकट्स, गेट्स हॉस्ट्स टू पे फुल फेयर।' बेदी का कहना है कि उन्होंने पैसा बचा कर संस्था के जरिए जरूरतमंदों के काम में लगाया है और ऑडिट में कहीं कोई गड़बड़ी सामने नहीं आई है। उन्होंने आगे भी किसी जांच के लिए तैयार होने की बात कही है।
no body is perfect dhondhane wale ko toh uparwale main bhi kami nazar aati hai....aur agar kiran bedi ji ne aisa kiya bhi to ismain kuch galat nahi hai jo thode paisey bachtey bhi hai ussey wo janta ki sewa he karti hai.....hasi aati hai logo ki sooch par...sab kuch dekhtey hue bhi sab log yeh nahi dekh paa rahe ki ....ye congress party wale kitne gir gaye hai....pehle anna par ilzaam, phir bhushan family par cd kand phir arvind ji par income tax ka notice aur ab kiran bedi ji par hahaha...
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